मार्केट एसोसिएशन की एक टूक: फेस्टीवल पर दुकान के बाहर लगे दुकानदार का स्टॉल
अन्यथा, बाहरी स्टॉल लगाने वाले विक्रेताओं के खिलाफ होगी कार्रवाई
भरत अग्रवाल
दुकानों के बाहर केवल दुकानदारों के स्टॉल लगाए जाने चाहिए। अन्यथा, बाहरी स्टॉल लगाने वाले विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शहर की तमाम मार्केट्स एसोसिएशन का एक टूक कहना हैं कि यह निर्णय स्थानीय दुकानदारों की रक्षा के लिए लिया गया है, जो पूरे साल रेंट भरते हैं और त्योहारों के दौरान अच्छी बिक्री की उम्मीद करते हैं। उन्होंने सभी दुकानदारों से एकजुट होने की अपील की है, ताकि उनकी आवाज़ को मजबूती मिल सके।
इस फैसले का उद्देश्य एक व्यवस्थित और सुरक्षित मार्केटिंग वातावरण बनाना है, जिससे स्थानीय व्यापारियों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने का अवसर मिले। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि इनकी मांग को नहीं माना गया तो विरोध किया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसोसिएशन का कहना हैं कि त्यौहारों का मौसम आते ही शहर की मार्केट्स के बाहर रेहड़ी फड़ी लगाने वालो की भीड़ लग जाती हैं।
नगर निगम की ओर से 2-3 दिन की परमिशन लेकर दुकानों व शोरूम के बाहर बनी सरकारी जगह पर रेहड़ी-फड़ी लगाने वाले वेंडर्स के जमावड़े के खिलाफ मार्केट्स एसोसिएशन ने एकजुटता दिखाते हुए अपनी आवाज उठाई है। दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम ने पहले से ही मार्केट के आसपास वेंडिंग जोन बनाकर उनकी आजीविका को खतरे में डाल दिया है। इस बार त्यौहार के सीजन में दुकानदारों को डर है कि अगर वेंडर्स की कतारें लगती हैं, तो उनके व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। एसोसिएशन के प्रधानों का कहना है कि इससे न केवल दुकानदारों की बिक्री प्रभावित होगी, बल्कि ग्राहक भी परेशान होंगे।
मार्केट्स एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि वे वेंडर के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि चाहते हैं कि वेंडर्स के लिए मार्केट्स से उचित दूरी पर स्थान सुनिश्चित किया जाए। ताकि त्यौहार के दौरान दुकानदारों का कामकाज प्रभावित न हो। एसोसिएशन ने यह भी कहा है कि वे चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम के आला अधिकारियों से मिलकर इस मुद्दे पर लिखित में शिकायत करेंगे। मार्केट्स में दुकानदारों के बीच बगावत के सुर उठने लगे हैं। कई दुकानदारों ने कहा है कि अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे। पिछले वर्षों में भी उन्हें ऐसे ही संकटों का सामना करना पड़ा था और उन्हें उम्मीद थी कि इस बार प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान करेगा।
सैक्टर 11 मार्केट एसोसिएशन की आवाज़: अवैध वेंडर्स से परेशान दुकानदार
सैक्टर 11 मार्केट एसोसिएशन के प्रधान अशोक नारंग ने हाल ही में अवैध वेंडर्स के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ सख्त आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि पूरा साल अवैध वेंडर्स बूथों और शोरूमों के बाहर, साथ ही पार्किंग में फूड की रेहड़ी और फड़ी लगाते हैं। इस स्थिति पर बार-बार नगर निगम से शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। अशोक नारंग ने बताया कि त्यौहार के मौसम में इन अवैध वेंडर्स की संख्या में इजाफा हो जाता है, जिससे मार्केट्स में भारी भीड़ और अव्यवस्था उत्पन्न होती है। प्रशासन को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए ताकि दुकानदारों की आजीविका प्रभावित न हो। उन्होंने कहा है कि अगर प्रशासन इस पर ध्यान नहीं देगा, तो वे मजबूरन विरोध प्रदर्शन करने पर विचार करेंगे। उनका उद्देश्य सिर्फ अपने व्यवसाय की रक्षा करना नहीं, बल्कि शहर में व्यवस्था को बनाए रखना भी है।
दुकानदारों की उम्मीदें अब प्रशासन की ओर टिकी: मुके श गोयल
चंडीगढ़ बूथ मार्केट के प्रधान मुकेश गोयल का कहना हैं कि चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम इस मुद्दे पर क्या कदम उठाते हैं। क्या वे दुकानदारों की मांगों को सुनेंगे और उचित समाधान निकालेंगे, या फिर स्थिति पहले जैसी ही बनी रहेगी? दुकानदारों की नजरें प्रशासन की ओर हैं, और वे उम्मीद कर रहे हैं कि त्यौहार का यह सीजन उनके लिए खुशियों का संदेश लाएगा, न कि परेशानियों का। मुकेश गोयल ने हाल ही में शहर में बढ़ती अव्यवस्था और अवैध वेंडिंग पर चिंता व्यक्त की है। मुकेश गोयल ने स्पष्ट किया कि दुकानदारों की उम्मीदें अब प्रशासन की ओर टिकी हुई हैं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम को यह देखना होगा कि वे हमारी समस्याओं को सुनेंगे और उचित समाधान निकालेंगे। पिछले वर्षों में हमें केवल आश्वासन ही मिले हैं, कार्रवाई नहीं। अगर अवैध वेंडर्स को सख्ती से नियंत्रित नहीं किया गया, तो उनके व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। त्यौहार का सीजन आमतौर पर बिक्री का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है, लेकिन यदि मार्केट्स के बाहर वेंडर्स की कतारें लगी रहीं, तो ग्राहक दुकानों की ओर नहीं आएंगे। गोयल ने नगर निगम द्वारा बनाए गए वेंडिंग जोन की आलोचना की। वेंडिंग जोन को मार्केट से उचित दूरी पर स्थापित किया जाए ताकि दोनों पक्षों को लाभ मिल सके। अगर प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाए, तो वे विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे। उनके अनुसार, यह केवल उनके व्यापार की बात नहीं है, बल्कि उनकी रोजी-रोटी और परिवारों की भलाई का सवाल है। दुकानदारों की नजरें अब त्यौहार के सीजन पर हैं। मुकेश गोयल ने उम्मीद जताई कि प्रशासन इस बार उनकी समस्याओं का समाधान करेगा, ताकि त्यौहार का यह मौसम उनके लिए खुशियों का संदेश लाए, न कि परेशानियों का।
सैक्टर 20 के पैलेस बाजार में अवैध वेंडिंग का मुद्दा: दुकानदारों की एकजुटता
सैक्टर 20 के पैलेस बाजार के प्रधान गुरचरण सिंह ने हाल ही में अवैध रेहड़ी-फड़ी वेंडर्स की बढ़ती संख्या के खिलाफ आवाज उठाई है। उनका कहना है कि इन वेंडर्स की वजह से न केवल बाजार की व्यवस्था बिगड़ रही है, बल्कि पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने तक की जगह नहीं मिलती। अगर पुलिस और नगर निगम अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाएं, तो इस समस्या को आसानी से रोका जा सकता है। गुरचरण सिंह ने बताया कि अवैध वेंडर्स का जमावड़ा त्यौहारों और वीकेंड के दौरान और भी बढ़ जाता है, जिससे बाजार में भीड़भाड़ और अव्यवस्था उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान केवल प्रशासन की सख्ती से ही हो सकता है। अगर नगर निगम और पुलिस मिलकर काम नहीं करेंगे, तो स्थिति और भी बिगड़ जाएगी। पैलेस बाजार के दुकानदार इस बार अवैध वेंडिंग के खिलाफ एकजुट होकर विरोध कर रहे हैं। अगर अवैध वेंडर्स को नियंत्रित नहीं किया गया, तो उनके व्यवसाय पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। नगर निगम को सख्त नियम बनाना चाहिए ताकि लोग अवैध वेंडिंग करने से डरें।
सैक्टर 22 मार्केट के प्रधान की आवाज़: अवैध वेंडिंग को रोकने की मांग
सैक्टर 22 बी स्थित ट्रैडर वेलफेयर एसोसिएशन मार्केट के प्रधान गोपाल ने प्रशासन से अपील की है कि वह अवैध वेंडिंग को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि बाजार में अवैध वेंडर्स न लगें, जिससे बाजार में अव्यवस्था और भीड़भाड़ न बढ़े। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पार्किंग स्पॉट्स और फुटपाथों पर अव्यवस्था न हो, ताकि ग्राहकों को खरीदारी के लिए एक सुसंगठित और सुविधाजनक वातावरण मिले। अगर बाजार में अवैध वेंडिंग जारी रही, तो ग्राहकों का आना-जाना मुश्किल हो जाएगा, जिससे दुकानदारों की बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। महेश ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन उनके सुझावों पर ध्यान देता है और उचित कार्रवाई करता है, तो त्यौहार का यह सीजन दुकानदारों के लिए खुशियों का संदेश लेकर आएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि चंडीगढ़ प्रशासन उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेगा और शीघ्र ही समाधान निकालेगा। सैक्टर 23 के दुकानदारों ने भी एकजुट होकर इस मुद्दे पर आवाज उठाई है। वे चाहते हैं कि प्रशासन अवैध वेंडर्स पर कड़ी नजर रखे और उन्हें नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
सदर बाजार में अतिक्रमण की समस्या: विजय सांगवान का समाधान की मांग
सैक्टर 19 स्थित सदर बाजार मार्केट एसोसिएशन के प्रधान विजय सांगवान ने बताया कि त्योहारों के सीजन में यह समस्या अत्यधिक बढ़ जाती है, जिससे बाजार में विक्रेताओं को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सांगवान के अनुसार, इस दौरान एक ही वेंडर द्वारा कई रेहड़ी और फड़ी की पर्चियाँ नगर निगम से कटवा ली जाती हैं, जिससे पूरे बाजार में अतिक्रमण की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इससे नियमित रूप से काम करने वाले दुकानदारो को नुकसान उठाना पड़ता है । त्योहारों के दौरान बाजारों में अधिक भीड़भाड़ और अतिक्रमण की समस्या के समाधान के लिए विजय सांगवान ने कहा कि इस समस्या का समाधान न होने पर नियमित विक्रेताओं को साल भर नुकसान उठाना पड़ता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है। यदि कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे अपनी जीविका के लिए संघर्ष करते रहेंगे। आगामी त्योहारों के मद्देनजर, उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन इस मुद्दे पर जल्द ही कार्रवाई करेगा और सदर बाजार में व्यापारियों की परेशानियों को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को अब प्रशासन के सकारात्मक उत्तर का इंतजार है।
चंडीगढ़ के वेंडर्स के लिए स्ट्रीट वेंडिंग एक्ट: संदीप
चंडीगढ़ वेंडर्स के लीगल एडवाइजर संदीप ने बताया कि स्ट्रीट वेंडिंग एक्ट के अनुसार, नगर निगम को अधिकार है कि वह त्योहारों के सीजन में वेंडर्स से निर्धारित फीस लेकर उन्हें काम करने की अनुमति दे। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया पर किसी व्यक्ति विशेष द्वारा रोक नहीं लगाई जा सकती है। संदीप ने कहा कि काम करने का अधिकार हर व्यक्ति का है और इसे सुनिश्चित करना नगर निगम की जिम्मेदारी है। यदि वेंडर्स ने सभी आवश्यक पर्चियाँ और शुल्क अदा कर दिए हैं, तो उन्हें काम करने से नहीं रोका जा सकता। उन्होंने बताया कि स्ट्रीट वेंडिंग एक्ट का उद्देश्य वेंडर्स के अधिकारों की सुरक्षा करना और उन्हें एक व्यवस्थित ढंग से काम करने का मौका देना है। त्योहारों के दौरान जब बाजार में भीड़ बढ़ती है, तब वेंडर्स की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। संदीप ने नगर निगम से अपील की है कि वे वेंडर्स के अधिकारों का सम्मान करें और उन्हें काम करने का उचित मौका दें। यदि प्रशासन उचित कदम उठाएगा, तो न केवल वेंडर्स को लाभ होगा, बल्कि शहर की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन ने दुकानदारों के हक में उठाई आवाज़
सैक्टर 46 के मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान बलविंदर सिंह ने चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम अधिकारियों से अपील की है कि शोरूम और दुकानों के बाहर केवल दुकानदारों को सामान बेचने की अनुमति दी जाए। उनका कहना है कि पूरे साल दुकानदार त्योहारों का इंतजार करते हैं ताकि वे कुछ अतिरिक्त आय कर सकें, लेकिन त्योहारों के समय नगर निगम अन्य वेंडर्स को भी स्टॉल लगाने की अनुमति दे देता है, जिससे दुकानदारों की बिक्री पर असर पड़ता है। बलविंदर सिंह ने कहा कि हमारी मांग है कि केवल दुकानदारों को ही बाजार में सामान बेचने की अनुमति दी जाए और अन्य वेंडर्स को किसी निर्धारित स्थान पर स्टॉल लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन ने फड़ी वालों के खिलाफ की थी कड़ी कार्रवाई
मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 37 के चेयरमैन एच के कक्कड़ ने हाल ही में स्थानीय दुकानदारों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि दुकानदार पूरे साल रेंट भरते हैं और त्योहारों के दौरान अच्छी कमाई की उम्मीद करते हैं। हालांकि, फड़ी वाले उनके ग्राहकों को आकर्षित कर लेते हैं, जिससे दुकानदारों की आमदनी पर गहरा असर पड़ता है। कक्कड़ ने पिछले साल की सफल कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि एसोसिएशन ने किसी भी बाहरी व्यक्ति को फड़ी लगाने की अनुमति नहीं दी थी और इस बार भी ऐसा ही करेंगे। उनका कहना है कि यह कदम स्थानीय व्यापारियों की रक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी दुकानदारों से एकजुट होने की अपील की ताकि उनकी आवाज को और मजबूती मिल सके। इस पहल का उद्देश्य न केवल स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देना है, बल्कि एक स्वस्थ और व्यवस्थित मार्केटिंग वातावरण बनाना भी है।
चंडीगढ़ व्यापार मंडल ने बाहरी वेंडर्स के खिलाफ उठाई आवाज़
चंडीगढ़ व्यापार मंडल के प्रधान चरणजीव सिंह ने नगर निगम की नीतियों पर असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान दुकानों के बाहर स्टॉल लगाने का पहला अधिकार स्थानीय दुकानदारों का होना चाहिए, लेकिन निगम बाहरी वेंडर्स को दुकानों के बाहर स्टॉल लगाने की अनुमति दे देता है। इससे न केवल दुकानदारों के व्यापार पर बुरा प्रभाव पड़ता है, बल्कि शहर की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होती है।चरणजीव सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ व्यापार मंडल शहर की सभी मार्केट एसोसिएशनों का साथ देगी और चंडीगढ़ प्रशासन से अपील करेगी कि आगामी त्योहारों में बाहरी वेंडर्स के लिए अलग स्थान सुनिश्चित किया जाए, ताकि दुकानदारों का व्यापार सुचारू रूप से चल सके। उन्होंने कहा की यह कदम न सिर्फ दुकानदारों के हित में होगा, बल्कि शहर की व्यापारिक व्यवस्था को भी बेहतर बनाएगा।