मां के ऑपरेशन के लिए सामान लेकर पहुंचा कांस्टेबल, सिक्योरिटी गार्ड ने की बदसलूकी, विवाद बढ़ा
ऑपरेशन के दौरान हुए विवाद के बाद कांस्टेबल ने पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत
By: Khushi Aggarwal
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चंडीगढ़ के पीजीआई में एक कांस्टेबल और सिक्योरिटी गार्ड के बीच विवाद ने गंभीर मोड़ लिया, जब कांस्टेबल की माता का ऑपरेशन हो रहा था और उसे आवश्यक सामान लाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़: पीजीआई नेहरू बिल्डिंग के बाहर एक ऑपरेशन के दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई, जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल और अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड के बीच विवाद हो गया। यह घटना तब हुई जब कांस्टेबल मोनू अपनी माता के ऑपरेशन के लिए आवश्यक सामान लेकर हॉस्पिटल पहुंचा, लेकिन उसे सिक्योरिटी गार्ड की बदसलूकी का सामना करना पड़ा।
कांस्टेबल मोनू की माता के घुटनों की काफी समय से समस्या चल रही थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन का सुझाव दिया। ऑपरेशन के लिए उनकी माता को पीजीआई के नेहरू बिल्डिंग की चौथी मंजिल में एडमिट करवाया गया। डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए जरूरी सामान की सूची दी, जिसे लेने के लिए कांस्टेबल मोनू सेक्टर 11 की मार्केट गया। जब वह सामान लेकर वापस आया, तो अस्पताल की पार्किंग में कोई जगह नहीं थी, जिसके कारण उसे अपनी गाड़ी सड़क के किनारे खड़ी करनी पड़ी।
सिक्योरिटी गार्ड और कांस्टेबल में कहासुनी
जैसे ही कांस्टेबल मोनू ऑपरेशन का सामान लेकर नेहरू बिल्डिंग में पहुंचा, तो पार्किंग में गाड़ी खड़े करने के लिए जगह नहीं थी तो उसने इमरजेंसी में गाड़ी सड़क के किनारे पर खड़ी कर दी और ऑपरेशन का सामान कंधे पर उठाकर जाने लगा वहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड विनोद कुमार ने उसे गाड़ी हटाने को कहा। कांस्टेबल मोनू ने विनम्रता से बताया कि उसकी माता का ऑपरेशन हो रहा है और डॉक्टर ने अर्जेंट सामान मंगवाया है, वह बस कुछ ही मिनटों में वापस आकर गाड़ी सही जगह खड़ी कर देगा। लेकिन सिक्योरिटी गार्ड ने उसकी बात को नजरअंदाज करते हुए बदतमीजी से बात की और गाली-गलौच पर उतर आया।
स्थिति तब और बिगड़ गई जब दोनों के बीच कहासुनी हाथापाई में बदल गई। कांस्टेबल मोनू जो अपनी मां की स्थिति को लेकर पहले से ही काफी तनाव में था और सिक्योरिटी गार्ड के इस व्यवहार ने उसे और अधिक आक्रोशित कर दिया।
पुलिस में शिकायत दर्ज
इस पूरे मामले की जानकारी चंडीगढ़ पुलिस के कांस्टेबल मोनू ने चौकी पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई है। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए हैं और मामले की जांच जारी है। अभी तक सिक्योरिटी गार्ड द्वारा ही मीडिया के समक्ष बयान दिया गया था, जिसमें उसने कहा कि कांस्टेबल मोनू ने उसके साथ मारपीट की।
चंडीगढ़ पुलिस के अनुशासन को दर्शाता
सिक्योरिटी गार्ड विनोद और उसके सहयोगियों द्वारा दो दिन से अस्पताल के बाहर धरना दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कांस्टेबल मोनू ने अब तक इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की और मीडिया के सामने भी नहीं आए। यह चंडीगढ़ पुलिस के अनुशासन को दर्शाता है कि उन्होंने इस मामले को अपने बयानों तक सीमित रखा है और किसी भी प्रकार की सार्वजनिक बयानबाजी से परहेज किया है।
Edited By: Khushi Aggarwal