जम्मू-कश्मीर में चुनावी माहौल से पाकिस्तान की बौखलाहट
आतंकवादी संगठनों को चुनावों में अशांति फैलाने के निर्देश
जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर मतदान से परेशान पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों को चुनाव में हिंसा फैलाने के लिए निर्देश दिए हैं।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में पहले चरण के दौरान बड़े पैमाने पर हुई वोटिंग को देखते हुए पाकिस्तान बुरी तरह से बौखला गया है। अब उसे लगने लगा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय जम्मू-कश्मीर को लेकर उसका किसी भी तरीके से साथ नहीं देगा क्योंकि जिस तरीके से बड़ी संख्या में लोगों ने जनतंत्र के इस पर्व में भाग लिया है, उसे देखते हुए साफ तौर पर जाहिर हो गया है कि जम्मू-कश्मीर के लोग वहां हो रहे विकास को देखकर बेहद खुश हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियां भी इस दौरान आतंकवादी संगठनों पर लगातार नजर रखे हुए हैं।
इस बीच, एक बड़ा खुलासा हुआ है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, आईएसआई, ने जम्मू-कश्मीर में हुए इस भारी मतदान को देखते हुए आतंकवादी संगठनों जैश ए मोहम्मद, तहरीक उल मुजाहिदीन अलबदर, और हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडरों की एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में आईएसआई के कर्नल जुनैद ने आतंकवादी संगठनों के कमांडरों को निर्देश जारी किए हैं। बैठक में साफ तौर पर कहा गया है कि वे सारे काम छोड़कर अपना पूरा ध्यान जम्मू-कश्मीर में होने वाले चुनाव पर केंद्रित करें और वहां पर बड़ी आतंकी वारदातें करने की योजना बनाएं।
खुफिया दस्तावेज के मुताबिक, इस बैठक के दौरान जैश ए मोहम्मद ने बताया कि वह अपने संगठन में नई भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है, ताकि चुनावों के दौरान जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी भेजने में कोई बाधा न आए। यह भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही है, जिसमें भारतीय युवाओं को गुमराह कर उन्हें गलत कामों के लिए उकसाया जा रहा है।
खुफिया एजेंसियों की इस रिपोर्ट के बाद सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के अनेक संदिग्ध स्थानों की निगरानी शुरू कर दी है। विशेष रूप से, जमीन के रास्ते सीमा से आने वाले आतंकवादियों की निगरानी का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। सुरक्षा बल से जुड़े एक आला अधिकारी के मुताबिक, इस बाबत सूचना के आधार पर कई जगहों पर छापेमारी भी की जा रही है, जिससे आने वाले चुनाव शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हो सकें।