सोनीपत के रिढाऊ गांव में अवैध पटाखा फैक्टरी में धमाका, 3 की मौत, 7 घायल
गैस सिलेंडर फटने से मकान हुआ ध्वस्त, फैक्टरी संचालक हिरासत में
सोनीपत के रिढाऊ गांव में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में धमाका होने से 3 लोगों की मौत हो गई और 7 घायल हो गए। हादसे के समय फैक्टरी में मजदूर दिवाली के पटाखे बना रहे थे। पुलिस ने फैक्टरी संचालक को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
सोनीपत जिले के खरखोदा थाना क्षेत्र के गांव रिढाऊ में रविवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब गांव के बीचों-बीच स्थित एक मकान में चल रही अवैध पटाखा फैक्टरी में धमाका हुआ। इस हादसे में 10 मजदूरों में से 3 की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 7 गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में एक छोटी बच्ची, एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं। अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। सभी घायल मजदूर उत्तर प्रदेश के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जो दिवाली के मौके पर पटाखे बनाने के लिए गांव आए थे। पुलिस ने फैक्टरी के मालिक वेद को हिरासत में लेकर मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
हादसे की सूचना मिलते ही सोनीपत पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। घायलों को इलाज के लिए खानपुर पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि यह फैक्टरी गांव के बीचों-बीच एक मकान में अवैध रूप से संचालित हो रही थी। धमाके की वजह से पूरा मकान धराशायी हो गया और उसमें मौजूद लोग मलबे में दब गए।
एसीपी जीत सिंह बेनीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि पटाखे बनाने के दौरान गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ, जिसके चलते पूरा मकान गिर गया। फैक्टरी संचालक वेद को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वेद काफी समय से इस अवैध फैक्टरी का संचालन कर रहा था और दीवाली के मौके पर मजदूरों को बाहर से बुलाकर पटाखे तैयार करवा रहा था। इस फैक्टरी की अनुमति या लाइसेंस नहीं था और न ही सुरक्षा के कोई मानकों का पालन किया जा रहा था।
मकान मालिक ने मुनाफा कमाने की चाह में न सिर्फ अपने घर को खतरे में डाला, बल्कि गांव के अन्य लोगों की भी जान जोखिम में डाल दी। हादसे के बाद ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रशासन को पहले ही इस फैक्टरी की जानकारी दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और फैक्टरी कब से चल रही थी, इसका भी पता लगाया जा रहा है।
इस हादसे के बाद गांव में शोक की लहर है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की अवैध फैक्ट्रियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस का कहना है कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और अगर प्रशासन की लापरवाही सामने आई, तो उनके खिलाफ भी जांच की जाएगी।