स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत पौंग डैम झील किनारे विकसित होंगे चार पर्यटन स्थल
केंद्र से मंजूरी मिलने पर 100 करोड़ रुपये की लागत से होगा विकास कार्य, जल क्रीड़ा और साहसिक खेलों को मिलेगी बढ़ावा
पौंग डैम झील के चार क्षेत्रों—नगरोटा सूरियां, खटियाड़, नंगल चौक और चटवाल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित पौंग डैम झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की तैयारी जोरों पर है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत पौंग झील के किनारे स्थित नगरोटा सूरियां, खटियाड़, डाडासीबा के पास नंगल चौक और चटवाल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यदि इस परियोजना को केंद्र सरकार से मंजूरी मिलती है, तो 100 करोड़ रुपये की लागत से इन क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा।
हालांकि, इस परियोजना को मूर्त रूप देना इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि पौंग डैम क्षेत्र पर्यावरणीय दृष्टि से एक संवेदनशील क्षेत्र है, जहां किसी भी व्यावसायिक गतिविधि पर प्रतिबंध है। वर्तमान में, पौंग झील का अधिकांश क्षेत्र वन्यजीव अभयारण्य के अंतर्गत आता है, और यहां व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति नहीं है। इसलिए, इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
जल क्रीड़ा और साहसिक खेलों के लिए अनुमति की कोशिश
प्रदेश सरकार ने चिन्हित क्षेत्रों में जल क्रीड़ा और साहसिक खेलों की गतिविधियों की अनुमति लेने के लिए वन्यजीव अभयारण्य से छूट पाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। करीब एक महीने पहले जिला प्रशासन के अधिकारी इन क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं, और अब भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।
बुनियादी सुविधाओं का विकास
इस योजना के अंतर्गत, चिन्हित क्षेत्रों में कॉटेज, पूल, स्पा और रेस्तरां जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। साथ ही, पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जल क्रीड़ा, साहसिक खेल, स्थानीय भोजन, संस्कृति और कला को भी प्रमोट किया जाएगा। इन क्षेत्रों के विकसित हो जाने के बाद देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए यहां पहुंचना आसान हो जाएगा। पर्यटक हवाई मार्ग, सड़क और रेलगाड़ी के जरिए इन क्षेत्रों तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
एसडीएम देहरा शिल्पी वेक्टा का बयान
एसडीएम देहरा शिल्पी वेक्टा ने लोकल 18 को बताया कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन की दृष्टि से पौंग क्षेत्र के चिन्हित क्षेत्रों को विकसित करने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसे स्वदेश दर्शन योजना के तहत विकसित किया जाएगा, ताकि स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिल सके और क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिल सके।