Ganesh Chaturthi 2024: ब्रम्हयोग में घरों और पंडालों में आज विराजेंगे विघ्नहर्ता, दस दिनों तक चलेगा गणेश महोत्सव
बाराबंकी, अमृत विचार। भादों माह के शुक्ल पक्ष चतुर्थी से यानी आज शनिवार से भगवान श्री गणेश का महोत्सव आरंभ हो रहा है। यह पर्व 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी तक चलेगा। इस बार गणेश महोत्सव की धूम सात से 17 सितंबर तक रहेगी। अंतिम दिन पूजा के बाद गणपति बप्पा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।
गणेशोत्सव की तैयारियां देर रात तक घरों व आयोजन पंडालों में चलती रहीं। ब्रम्हयोग में विधि-विधान से भगवान गणेश की प्रतिमाएं स्थापित होंगी। आयाेजन पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कई अन्य धार्मिक आयोजन होंगे। इस त्योहार को लेकर बाजार में भी खासी रौनक देखने को मिल रही है। विघ्नहर्ता इस बार ब्रह्म योग में विराजकर अपने सभी भक्तों के संकटों को दूर कर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देंगे।
ज्योतिषाचार्य पंडित अखिलेश चंद्र शास्त्री ने बताया कि स्थापना के दिन ही सर्वार्थ सिद्धि योग भी व्याप्त रहेगा। साथ ही इस दिन सूर्य और बुध ग्रह एक साथ सिंह राशि में विद्यमान होंगे, जिससे बुधादित्य योग का निर्माण होगा। यह योग समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना जाता है। गणेश चतुर्थी को कलंक चतुर्थी भी कहते हैं। इसी दिन भगवान गणेश ने चंद्रमा को श्राप दिया था। इस चतुर्थी के दिन आकाश में चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए। इस दिन चंद्रमा देखने से कलंक लगता है।
भगवान गणेश की प्रतिमाओं को आज घर और आयोजन पंडाल में स्थापित किया जाएगा। आयोजक मंडल द्वारा देर शाम तक तैयारियां पूरी की गईं। शनिवार की सुबह विधि-विधान से प्रतिमा स्थापित कर दस दिनों तक पूजा-पाठ आयोजक करेंगे। रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ाजागरण, भजन-कीर्तन, जादू आदि का भी आयोजन होगा। अंतिम दिन 17 सितंबर को सभी आयोजन स्थल से भव्य विसर्जन यात्रा निकलेगी। जो जिले के विभिन्न नहरों, नदियों व तालाबों में विसर्जित की जाएंगी।
प्रत्येक दिन सभी आयोजन स्थलों पर पुलिस की निगरानी रहेगी। गणेशोत्सव को लेकर बाजार में भी भीड़ देखी गई। भक्त घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापना के लिए सुंदर-सुंदर मूर्तियां खरीद कर बडे़ ही सेवा भाव से हृदय लगाकर घर ले जाते हुए दिखे। गणेशोत्सव की धूप फतेहपुर, रामनगर, हैदरगढ़, रामसनेहीघाट, सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्रों में देखने को मिल रही है।
पूजा विधि
गणेश चतुर्थी पर सुबह स्नान के बाद जहां गणेश प्रतिमा स्थापित करनी है उत्तर की ओर मुख करके आसन पर बैठ जाएं। तब गणेश प्रतिमा की स्थापना करें। इसके बाद उन्हें विधिपूर्वक पूजा की सामग्री अर्पित करते हुए ॐ गं गणपतये नमो नम: मंत्र का जाप करें। लड्डू का भोग लगाएं और आरती कर सभी को प्रसाद वितरित करें। गणेश जी को दूर्वा अवश्य चढ़ाएं।
शहर के नगर पालिका परिसर में आज से आयोजन शुरु
गणपति महोत्सव को लेकर श्री विघ्नहर्ता सेवा समिति द्वारा नगर पालिका परिषद के परिसर में भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है। आयोजन पंडाल में प्रतिदिन कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार की गई है। समिति के सदस्यों ने बताया कि दोपहर 12 बजे भगवान गणेश की प्रतिमा के स्थापना के बाद अपराहन दो बजे हरिनाम संर्कीतन तो रात्रि नौ बजे विशाल जागरण होगा। जिसमें पंकज निगम मुख्य गायक होंगे।
वहीं सोनी शर्मा व राजन रस्तोगी में भजन गाएंगे। अगले दिन रविवार को दो बजे सुंदरकांड पाठ, तो रात्रि सात बजे नृत्य,गायन प्रतियोगिता होगी। इसके बाद महाआरती की जाएगी। सोमवार की सुबह नौ बजे श्री सत्य नारायण कथा के बाद दोहपर 12 बजे विसर्जन पूजन व हवन के साथ भंडारा होगा। और अपराहन तीन बजे विसर्जन यात्रा निकलेगी।
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